
*मलखम्भ के बच्चों ने स्वच्छोत्सव थीम पर स्वच्छता ही सेवा अभियान 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर में*
कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देशन में मलखम्ब के उत्साही बच्चों ने स्वच्छोत्सव थीम के तहत आयोजित स्वच्छता ही सेवा राष्ट्रव्यापी अभियान में सक्रिय भागीदारी कर समाज को एक प्रेरणादायक संदेश दिया है। बच्चों ने अपने स्वयं के उत्साह व पहल से मलखम्भ परिसर में सफाई कार्य करते हुए इसे स्वच्छ और सुंदर बनाने का कार्य किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे भी स्वच्छता ही सेवा अभियान जो की 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025 तक पूरे देश में आयोजित किया जा रहा है, में शामिल होकर अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाएं और स्वच्छता को अपना व्यक्तिगत दायित्व समझें।
यह कार्यक्रम अध्यक्ष ज्योति चौरसिया, मुख्य नगर पालिका अधिकारी माधुरी शर्मा के मार्गदर्शन में व स्वच्छता नोडल अधिकारी नीतेश चौरसिया के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संचालित किया गया। साथ ही हमारे स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर प्रदीप सेन, तथा जिला मलखम्भ समिति के सचिव व कोच श्री सौरव कुशवाहा ने भी इस आयोजन में सक्रिय भाग लिया और बच्चों को प्रेरित किया। बच्चों ने स्वयं मलखम्भ परिसर का कचरा एकत्रित किया, झाड़ू-पोंछा किया और परिसर को स्वच्छ व आकर्षक बना दिया। इस प्रकार की सहभागिता समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का आदर्श उदाहरण बन गई
अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चौरसिया ने बच्चों की इस सामाजिक जागरूकता पहल को अत्यंत सराहनीय बताया और कहा,
स्वच्छता केवल सरकारी अभियान नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। बच्चों द्वारा स्वच्छता के प्रति यह योगदान समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए आदर्श है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुश्री माधुरी शर्मा ने कहास्वच्छ भारत की दिशा में छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव लाते हैं। बच्चों का यह प्रयास पूरे समाज को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करेगा।
स्वच्छता नोडल अधिकारी नीतेश चौरसिया ने कहा कि आपकी सहभागिता से पूरे छतरपुर नगर में स्वच्छता संदेश का प्रसार होगा। यही छोटे कदम मिलकर स्वच्छ भारत के सपने को साकार करेंगे।
स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर प्रदीप सेन ने कहा,हम सभी को मिलकर स्वच्छता को अपनाना चाहिए ताकि हमारा शहर व देश स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बने। बच्चों की इस पहल से हमे गर्व है।
जिला मलखम्भ समिति के कोच सौरभ कुशवाहा ने भी बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि स्वच्छता का अभ्यास बचपन से शुरू होना चाहिए। बच्चों की सहभागिता से स्वच्छता का यह संदेश जन-जन तक पहुँचेगा।
इस प्रकार, स्वच्छता ही सेवा अभियान के माध्यम से बच्चों ने यह साबित कर दिया कि स्वच्छता को अपनाना प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। उनका यह प्रेरणादायक योगदान आने वाले समय में समाज को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।